सम्पादक – प्रवेश राय
‘द केरल स्टोरी’ रिलीज से पहले ही विवादों में आ चुकी है. फिल्म पर केरल में भी विवाद हो रहा है. LDF और UDF जैसी कई राजनीतिक पार्टियां फिल्म का विरोध कर रही हैं. ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर मचे घमासान के बीच सेंसर बोर्ड की ओर इसे A सर्टिफिकेट दे दिया गया है. पर इसके साथ ही फिल्म से दस कंट्रोवर्शियल सीन हटवा दिए गए हैं.
किन सीन्स पर चली सेंसर बोर्ड की कैंची ‘द केरल स्टोरी’ से केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन को वो बयान हटा दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘दो दशकों में केरल मुस्लिम आबादी वाला राज्य बन जाएगा. क्योंकि युवाओं को इस्लाम के लिए प्रभावित किया जा रहा है.’ फिल्म में से वो सीन भी हटाया गया है, जिसमें एक हिंदू भगवान को गलत तरीके से दिखाया गया. फिल्म के डायलॉग ‘भारतीय कम्युनिस्ट सबसे बड़े पाखंडी हैं’ में से ‘भारतीय’ शब्द को भी हटाया गया है..
केरल के मुख्यमंत्री ने जताया ऐतराज ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, ‘फिल्म संघ परिवार के विचारों के प्रचार के लिए है. ये फिल्म बेवजह लव जिहाद के मुद्दे को उठाकर राज्य को धार्मिक अतिवाद के केंद्र के रूप में पेश करती है.’