संपादक – प्रवेश राय
आपको बता दें कि ज़िला हरिद्वार के रोशनाबाद में केविन केयर कंपनी के सामने बने नाले पर अवैध निर्माण कर मकान बनाया गया था।
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण पूरे ज़िले में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, कही पुल तो कही मकान गिर रहे है। आपको बता दें कि ज़िला हरिद्वार के रोशनाबाद में केविन केयर कंपनी के सामने बने नाले पर अवैध निर्माण कर मकान बनाया गया था। बीते कई दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद नाले में पानी ज़्यादा आने के कारण अवैध निर्मित मकान की दीवार गिर गई। ऐसे अवैध निर्माणों के कारण पानी की निकासी रुकती है और क्षेत्र में जलभराव की समस्या भी देखने को मिलती है, यह जलभराव तमाम बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
यह इस तरह का कोई पहला मामला नहीं है। रोशनाबाद में पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके है। ज़िला प्रशासन के बग़ल में अगर इतना अवैध निर्माण है तो पूरे ज़िले में क्या ही हाल होगा। शासन – प्रशासन को तमाम शिकायते करने के बाद प्रशासन की तरफ़ से आश्वासन तो दिया जाता है कि जाँच कि जायेगी लेकिन इसका असर ज़मीन पर नही दिखता। समय-समय पर प्रशासन दिखावे के मारे ज़िले के दूर दराज इलाको में अवैध निर्माण तोड़ने की कार्यवाही तो करता है। वहीं ऐसे अवैध निर्माण तोड़ने के मामले भी देखने मे आते है जिसमे घर के आगे किये गये थोड़े बहुत अतिक्रमण को तोड़ा जाता है लेकिन नालों पर खड़े पूरे मकानों पर इस तरह की कार्यवाही देखने को नही मिलती। जबकि हरिद्वार में हर साल ही भारी बारिश की संभावना रहती है और ऐसे में पानी की निकासी के लिये इन नालो का सुचारू रूप से चलना जरूरी है।
ऐसे में यह सवाल तो खड़ा होता ही है की आखिर इन अवैध निर्माणों के मामले में ऐसे किन बड़े लोगो के हित छिपे है कि आजतक इन पर आँच क्यों नहीं आई है।